यशायाह 8:19-22

यशायाह 8:19-22 HINCLBSI

ओ मेरे शिष्‍यो! जब लोग तुमसे यह कहेंगे, ‘बुदबुदानेवाले और गुनगुनानेवाले भूत-प्रेत के साधकों और जादू-टोना करनेवालों से मार्गदर्शन प्राप्‍त करो’ तो तुम यह कहना, ‘क्‍या हमें परमेश्‍वर से मार्गदर्शन नहीं प्राप्‍त करना चाहिए? क्‍या जीवित जाति के लिए मुर्दों से मार्ग-दर्शन प्राप्‍त करना उचित है?’ प्रभु की शिक्षा और उसकी साक्षी की ओर लौटो! यदि तुम उन लोगों के कथन के अनुसार आचरण करोगे, तो तुम्‍हारे लिए ज्ञान की पौ न फटेगी। वे अत्‍यन्‍त निराश और भूखे इधर-उधर भटकेंगे-फिरेंगे। वे भूख से पीड़ित होकर अपने देश के राजा और अपने परमेश्‍वर के प्रति क्रुद्ध होंगे और उनको अपशब्‍द कहेंगे। वे भ्रमित होकर कभी ऊपर और कभी नीचे देखेंगे। परन्‍तु उन्‍हें केवल यह दिखाई देगा: अन्‍धकार, संकट और निराशपूर्ण व्‍यथा। वे गहन अन्‍धकार में ढकेल दिए जाएंगे।