इब्रानियों 12:22-29

इब्रानियों 12:22-29 HINCLBSI

आप लोग सियोन पर्वत, जीवन्‍त परमेश्‍वर के नगर, स्‍वर्गीय यरूशलेम के पास पहुँचे हैं, जहाँ लाखों स्‍वर्गदूत आनन्‍द-उत्‍सव मनाते हैं और स्‍वर्ग के प्रथम जन्‍म सिद्ध नागरिकों की सभा† एकत्र होती है; जहां सब का न्‍यायकर्ता परमेश्‍वर, पूर्णता-प्राप्‍त धर्मियों की आत्‍माएँ और नवीन विधान के मध्‍यस्‍थ येशु विराजमान हैं- जिनका छिड़काया हुआ रक्‍त हाबिल के रक्‍त से कहीं अधिक कल्‍याणकारी वाणी बोल रहा है। आप लोग सावधान रहें। आप बोलने वाले की बात सुनना अस्‍वीकार नहीं करें। जिन लोगों ने पृथ्‍वी पर चेतावनी देने वाले की वाणी को अनसुना कर दिया था, यदि वे नहीं बच सके, तो हम कैसे बच सकेंगे, यदि हम स्‍वर्ग से चेतावनी देनेवाले की वाणी अनसुनी कर देंगे? उस समय उसकी वाणी ने पृथ्‍वी को हिला दिया था; किन्‍तु अब वह यह घोषित करता है, “मैं एक बार और न केवल पृथ्‍वी को, बल्‍कि आकाश को भी हिलाऊंगा।” “एक बार और”- इन शब्‍दों से यह संकेत मिलता है कि जो वस्‍तुएं हिलायी जायेंगी, वे सृष्‍ट होने के कारण हटाई जायेंगी और जो नहीं हिलायी जायेंगी, वे बनी रहेंगी। हमें जो राज्‍य मिला है, वह नहीं हिलाया जा सकता, इसलिए हम परमेश्‍वर को धन्‍यवाद देते रहें और उसकी इच्‍छानुसार भक्‍ति एवं श्रद्धा के साथ उसकी आराधना करते रहें, क्‍योंकि हमारा परमेश्‍वर भस्‍म कर देने वाली अग्‍नि है।