उत्‍पत्ति 43:23-28

उत्‍पत्ति 43:23-28 HINCLBSI

उसने कहा, ‘निश्‍चिन्‍त रहो, मत डरो। तुम्‍हारे परमेश्‍वर, तुम्‍हारे पिता के परमेश्‍वर ने बोरों में तुम्‍हारे लिए धन रखा होगा। मुझे तो तुम्‍हारी रकम मिल गई थी।’ तत्‍पश्‍चात् वह शिमोन को निकाल कर उनके पास लाया। गृह-प्रबन्‍धक उनको यूसुफ के महल में ले गया। उसने उनको पानी दिया। उन्‍होंने अपने पैर धोए। उसने उनके गधों को चारा भी दिया। उन्‍होंने यूसुफ के दोपहर में आगमन के लिए भेंट तैयार रखी; क्‍योंकि उन्‍होंने सुना था कि वे वहाँ यूसुफ के साथ भोजन करेंगे। यूसुफ महल में आया। वे अपने पास की भेंट लेकर महल में उसके पास गए। उन्‍होंने भूमि की ओर झुककर उसका अभिवादन किया। यूसुफ ने उनके कुशल-मंगल के विषय में पूछा, ‘क्‍या तुम्‍हारे पिता, वह वृद्ध पुरुष जिनके विषय में तुमने कहा था, सकुशल हैं? क्‍या वह अभी तक जीवित हैं?’ उन्‍होंने उत्तर दिया, ‘आपके सेवक, हमारे पिता, सकुशल हैं। वह अब तक जीवित हैं।’ उन्‍होंने सिर झुकाकर पुन: अभिवादन किया।