उत्‍पत्ति 42:1-8

उत्‍पत्ति 42:1-8 HINCLBSI

जब याकूब ने देखा कि मिस्र देश में अन्न है तब उन्‍होंने अपने पुत्रों से कहा, ‘तुम एक-दूसरे का मुँह क्‍यों ताक रहे हो? मैंने सुना है कि मिस्र देश में अन्न है। तुम वहाँ जाओ, और हमारे लिए अन्न खरीद कर लाओ, जिससे हम मरें नहीं वरन् जीवित रहें।’ अत: यूसुफ के दस भाई अन्न खरीदने के लिए मिस्र देश में आए। याकूब ने यूसुफ के भाई बिन्‍यामिन को उसके भाइयों के साथ नहीं भेजा। उन्‍हें भय था कि कहीं बिन्‍यामिन पर कोई विपत्ति आ न पड़े। आनेवालों में याकूब के पुत्र भी थे जो अनाज खरीदने आए थे, क्‍योंकि कनान देश में भी अकाल था। यूसुफ मिस्र देश का प्रधान मन्‍त्री था। वह देश के सब लोगों का अन्न-विक्रेता था। यूसुफ के भाई आए। उन्‍होंने भूमि की ओर सिर झुका कर यूसुफ का अभिवादन किया। यूसुफ ने अपने भाइयों को देखकर पहचान लिया, परन्‍तु उनसे अपरिचित-सा व्‍यवहार किया। उसने उनसे कठोरता से बातें कीं। यूसुफ ने उनसे पूछा, ‘तुम लोग कहाँ से आए हो?’ वे बोले, ‘हम भोजन-सामग्री खरीदने के लिए कनान देश से आए हैं।’ यूसुफ ने अपने भाइयों को पहचान लिया, पर उन्‍होंने उसे नहीं पहचाना।