उत्‍पत्ति 29:31-35

उत्‍पत्ति 29:31-35 HINCLBSI

जब प्रभु ने देखा कि लिआ से घृणा की जाती है, तब उसने उसे पुत्रवती बनाया। पर राहेल निस्‍सन्‍तान रही। लिआ गर्भवती हुई। उसने एक पुत्र को जन्‍म दिया। उसने उसका नाम ‘रूबेन’ रखा; क्‍योंकि वह कहती थी, ‘प्रभु ने मेरी पीड़ा पर दृष्‍टि की है। अब निश्‍चय ही मेरा पति मुझसे प्रेम करेगा।’ वह पुन: गर्भवती हुई। उसने एक और पुत्र को जन्‍म दिया। वह बोली, ‘प्रभु ने सुना कि मुझसे घृणा की गई है। अतएव उसने मुझे यह पुत्र भी प्रदान किया है।’ उसने उसका नाम ‘शिमोन’ रखा। तत्‍पश्‍चात् वह फिर गर्भवती हुई, और उसने एक पुत्र को जन्‍म दिया। उसने कहा, ‘अब मेरा पति मुझे मिल जाएगा; क्‍योंकि मैंने उससे तीन पुत्रों को जन्‍म दिया है।’ इसलिए उसका नाम ‘लेवी’ रखा गया। वह फिर गर्भवती हुई। उसने एक पुत्र को जन्‍म दिया। वह बोली, ‘इस बार मैं प्रभु की स्‍तुति करूँगी।’ अतएव उसने उसका नाम, ‘यहूदा’ रखा। तब उसको सन्‍तान होना बन्‍द हो गया।

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