उत्‍पत्ति 25:29-34

उत्‍पत्ति 25:29-34 HINCLBSI

एक दिन याकूब दाल उबाल रह था। एसाव वन से आया। वह बहुत भूखा था। उसने याकूब से कहा, ‘मुझे लाल-लाल वस्‍तु में से कुछ खिला, क्‍योंकि मुझे बहुत भूख लगी है।’ (इसलिए उसका नाम ‘एदोम’ भी पड़ा।) याकूब बोला, ‘पहले मुझे अपना ज्‍येष्‍ठ पुत्र होने का अधिकार बेच दो।’ एसाव ने कहा, ‘देख, मैं मरने पर हूँ। इस अधिकार का मेरे लिए क्‍या लाभ?’ याकूब बोला, ‘पहले मुझसे शपथ खाओ।’ अत: एसाव ने उससे शपथ खाई, और उसे अपने ज्‍येष्‍ठ होने का अधिकार बेच दिया। तत्‍पश्‍चात् याकूब ने एसाव को रोटी और उबली हुई मसूर की दाल दी। उसने खाया-पिया और उठकर चला गया। इस प्रकार एसाव ने अपने ज्‍येष्‍ठ पुत्र होने के अधिकार को तुच्‍छ समझा।