उत्‍पत्ति 22:6-12

उत्‍पत्ति 22:6-12 HINCLBSI

अब्राहम ने अग्‍नि-बलि की लकड़ी अपने पुत्र इसहाक पर लाद दी, और अपने हाथ में अग्‍नि और छुरा लिया। वे दोनों एक साथ चले। इसहाक अपने पिता अब्राहम से बोला, ‘पिताजी!’ उन्‍होंने कहा, ‘हां मेरे पुत्र, क्‍या बात है?’ इसहाक ने पूछा, ‘आग और लकड़ियां तो हैं; परन्‍तु अग्‍नि-बलि का मेमना कहां है?’ अब्राहम ने उत्तर दिया, ‘मेरे पुत्र, परमेश्‍वर स्‍वयं अग्‍नि-बलि के लिए मेमने का प्रबन्‍ध करेगा।’ वे दोनों साथ-साथ आगे बढ़े। वे उस स्‍थान पर पहुँचे, जिसके विषय में परमेश्‍वर ने अब्राहम से कहा था। वहाँ अब्राहम ने एक वेदी बनाकर इस पर लकड़ियाँ सजायीं। तब उन्‍होंने अपने पुत्र इसहाक को बांधा और उसे लकड़ियों के ऊपर वेदी पर लिटा दिया। फिर अब्राहम ने अपने पुत्र को बलि करने के लिए हाथ बढ़ाकर छुरा उठाया। किन्‍तु प्रभु के दूत ने स्‍वर्ग से उन्‍हें पुकार कर कहा, ‘अब्राहम! अब्राहम!’ वह बोले, ‘क्‍या आज्ञा है?’ दूत ने कहा, ‘बालक की ओर अपना हाथ मत बढ़ा और न उसे कुछ हानि पहुँचा। अब मैं जान गया हूँ कि तू परमेश्‍वर का सच्‍चा भक्‍त है। क्‍योंकि तूने मेरे लिए अपने पुत्र, अपने एकलौते पुत्र को भी नहीं रख छोड़ा।’