उत्‍पत्ति 16:1-4

उत्‍पत्ति 16:1-4 HINCLBSI

अब्राम की पत्‍नी सारय को कोई सन्‍तान नहीं हुई थी। उसके पास एक मिस्री दासी थी। उसका नाम हागार था। सारय ने अब्राम से कहा, ‘देखो, प्रभु ने मुझे सन्‍तानहीन रखा है। इसलिए मैं तुमसे विनती करता हूं, तुम मेरी दासी के पास जाओ। सम्‍भव है, उससे पुत्र हों और मैं पुत्रवती बन जाऊं।’ अब्राम ने सारय की बात मान ली। जब अब्राम कनान देश में दस वर्ष रह चुके थे, तब उनकी पत्‍नी सारय ने अपनी मिस्री दासी हागार को उन्‍हें दिया कि यह उनकी पत्‍नी बने। अब्राम ने हागार के साथ सहवास किया और वह गर्भवती हुई। जब हागार ने देखा कि वह गर्भवती है तब अपनी स्‍वामिनी को तिरस्‍कार की दृष्‍टि से देखने लगी।