गलातियों 2:1-15

गलातियों 2:1-15 HINCLBSI

इसके बाद चौदह वर्ष बीतने पर मैं बरनबास के साथ फिर यरूशलेम गया। मैं तीतुस को भी अपने साथ ले गया। परमेश्‍वर ने मुझ पर प्रकट किया था कि मुझे जाना चाहिए। मैंने उन लोगों के सामने-परन्‍तु एकान्‍त में प्रतिष्‍ठित व्यक्‍तियों के सामने-वह शुभ समाचार प्रस्‍तुत किया जिसका प्रचार मैं गैर-यहूदियों के बीच करता हूँ, जिससे ऐसा न हो कि जो दौड़-धूप मैं कर रहा हूँ अथवा कर चुका हूँ, वह व्‍यर्थ हो जाए। किन्‍तु उन्‍होंने तीतुस को, जो मेरे साथ आये थे और यूनानी हैं, इसके लिए बाध्‍य नहीं किया कि वह अपना खतना करायें। यह प्रश्‍न उन झूठे भाइयों के कारण उठा था, जिन्‍हें कलीसिया में गुप्‍त रूप से लाया गया था, जो चुपचाप घुस आए थे कि येशु मसीह से प्राप्‍त हमारी स्‍वतन्‍त्रता का भेद लें और हमें गुलाम बना लें। हम उन लोगों के सामने एक क्षण के लिए भी नहीं झुके। हम शुभ समाचार का सत्‍य आप के लिए पूर्ण रूप से बनाये रखना चाहते थे। किन्‍तु जो व्यक्‍ति प्रतिष्‍ठित माने जाते थे-वे पहले कैसे थे, इससे मेरे विचार में कोई अन्‍तर नहीं पड़ता, क्‍योंकि परमेश्‍वर मुंह-देखा न्‍याय नहीं करता-इन प्रतिष्‍ठित व्यक्‍तियों से मुझे कोई नई बात प्राप्‍त नहीं हुई। वरन् इसके विपरीत, उन्‍होंने मान लिया कि मुझे उसी तरह गैर-यहूदियों में शुभ समाचार का प्रचार-कार्य सौंपा गया था, जिस तरह पतरस को यहूदियों में। (क्‍योंकि जिस परमेश्‍वर ने पतरस को यहूदियों का प्रेरित बनाकर उनके द्वारा सेवा-कार्य किया, उसी ने मुझे गैर-यहूदियों का प्रेरित बनाकर मेरे द्वारा सेवा-कार्य किया।) जो व्यक्‍ति कलीसिया के स्‍तम्‍भ समझे जाते थे-अर्थात् याकूब, कैफा और योहन-उन्‍होंने कृपा का वह वरदान पहचाना जो मुझे मिला है। उन्‍होंने मुझे और बरनबास को अपने सहयोगी समझकर हमें सहभागिता का दाहिना हाथ दिया। वे इस बात के लिए सहमत हुए कि हम गैर-यहूदियों के पास जायें और वे यहूदियों के पास। उन्‍होंने केवल एक बात कही कि हम गरीबों को स्‍मरण रखें। वास्‍तव में मैं स्‍वयं यह कार्य करने के लिए उत्‍सुक था। जब कैफा अन्‍ताकिया आये, तो मैं ने उनके मुंह पर उनका विरोध किया, क्‍योंकि वह दोषी थे। वह पहले गैर-यहूदियों के साथ भोजन करते थे; किन्‍तु जब याकूब के यहाँ से कुछ व्यक्‍ति आये, तो वह खतना की प्रथा माननेवाले यहूदी भाई-बहिनों के भय से गैर-यहूदियों से किनारा करने और उन से अलग रहने लगे। दूसरे यहूदी भाई-बहिनों ने भी इस प्रकार का ढोंग रचा, यहाँ तक कि बरनबास भी उनके ढोंग के कारण भटक गये। जब मैंने देखा कि उनका आचरण शुभ समाचार के सत्‍य के अनुकूल नहीं है, तो मैंने सब के सामने कैफा से यह कहा, “यदि आप, जो जन्‍म से यहूदी हैं, यहूदी के सदृश नहीं बल्‍कि गैर-यहूदी के सदृश आचरण करते हैं, तो आप अन्‍यजातियों को यहूदियों के सदृश आचरण करने को क्‍यों विवश करते हैं?” हम लोग गैर-यहूदियों के पापी वंशज नहीं, बल्‍कि जन्‍म से यहूदी हैं।