एज्रा 8:21-23

एज्रा 8:21-23 HINCLBSI

तब मैंने अहवा नदी के तट पर सामूहिक उपवास की घोषणा की ताकि हम परमेश्‍वर के सम्‍मुख विनम्र बनें, और उससे स्‍वयं की, अपने बच्‍चों की तथा सम्‍पत्ति की रक्षा के लिए निर्विघ्‍न यात्रा की मांग करें। यात्रा के दौरान शत्रुओं से अपनी रक्षा के लिए सम्राट से सिपाहियों का दल और घुड़सवार मांगना मुझे अच्‍छा नहीं लगा; क्‍योंकि हमने सम्राट से यह कहा था, ‘परमेश्‍वर का वरदहस्‍त उसके भक्‍तों पर रहता है, पर उसका क्रोध उन लोगों पर भड़क उठता है, जो उसको छोड़ देते हैं।’ अत: हमने सामूहिक उपवास किया, और यात्रा में सुरक्षा के लिए परमेश्‍वर से प्रार्थना की, और उसने हमारी प्रार्थना सुनी।