यहेजकेल 37:12-28

यहेजकेल 37:12-28 HINCLBSI

अत: तू उनको मेरा यह सन्‍देश सुना। तू उनसे यह नबूवत करना, स्‍वामी-प्रभु यों कहता है : ओ मेरे निज लोगो, मैं तुम्‍हारी कबरें खोलूंगा और उनमें से तुमको निकालूंगा। मैं तुमको तुम्‍हारे देश इस्राएल में वापस लाऊंगा। जब मैं तुम्‍हारी कबरें खोलूंगा, और उनमें से तुमको निकालूंगा तब तुम्‍हें ज्ञात होगा कि मैं ही प्रभु हूँ। ‘मैं अपना आत्‍मा तुममें प्रतिष्‍ठित करूंगा, और तुम जीवित हो जाओगे! मैं तुम्‍हें तुम्‍हारे अपने देश में पुन: बसाऊंगा। तब तुम्‍हें अनुभव होगा कि मैंने, तुम्‍हारे प्रभु ने ही यह कहा था; और मैंने अपने वचन के अनुसार उसको पूरा भी किया है।’ प्रभु की यह वाणी है। प्रभु का यह सन्‍देश मुझे मिला। प्रभु ने मुझसे कहा, ‘ओ मानव, तू लकड़ी की एक पट्टी ले, और उस पर यह लिख : “यह पट्टी यहूदा की और उसके साथी इस्राएल की सन्‍तान की है।” इसके बाद तू दूसरी पट्टी लेना, और उस पर यह लिखना : “यह पट्टी यूसुफ की अर्थात् एफ्रइम की तथा उसके साथी समस्‍त इस्राएल वंशियों की है।” लिखने के पश्‍चात् तू उनको परस्‍पर जोड़ देना ताकि वे तेरे हाथ में एक पट्टी बन जाएं। जब तेरे जाति-बन्‍धु तुझसे पूछेंगे, “कृपया, हमें समझाइए, इन पट्टियों का क्‍या अर्थ है?” तब तू उन से यह कहना, स्‍वामी-प्रभु यों कहता है : सुनो, मैं यूसुफ की पट्टी को (जो एफ्रइम के हाथ में है) तथा उसके संगी-साथी इस्राएल के कुलों को लेनेवाला हूं। उसके पश्‍चात् मैं उसको यहूदा की पट्टी से जोड़ दूंगा, मैं उन्‍हें एक ही पट्टी बनाऊंगा, और वे दोनों मेरे हाथ में एक हो जाएंगे। ओ मानव, जिन पट्टियों पर तू लिखेगा, उनको अपने हाथ में उनके सामने रखना ताकि वे देख सकें। इसके पश्‍चात् तू उनसे यह कहना, स्‍वामी-प्रभु यों कहता है : देखो, इस्राएल-वंशी जिन-जिन देशों में चले गए हैं, मैं उनको वहां से, चारों ओर के देशों से एकत्र करूंगा, और उनको उनकी अपनी भूमि पर लाऊंगा। मैं उनके देश में, इस्राएल के पहाड़ों पर, उनको एक राष्‍ट्र के रूप में पुन: प्रतिष्‍ठित करूंगा। उनके ऊपर एक ही राजा राज्‍य करेगा, और वे फिर कभी दो राष्‍ट्रों के रूप में विभाजित नहीं होंगे। उनके अलग-अलग दो राज्‍य नहीं होंगे। वे घृणित मूर्तियों की पूजा कर स्‍वयं को अशुद्ध नहीं करेंगे, और न ही मेरी आज्ञाओं का उल्‍लंघन कर किसी पाप से स्‍वयं को अपवित्र करेंगे। उन्‍होंने अपना धर्म त्‍याग दिया था और यों पाप किया था। मैं उनको धर्म-त्‍याग के पाप से छुड़ाऊंगा, और उनको शुद्ध करूंगा। तब वे मेरे निज लोग होंगे, और मैं उनका परमेश्‍वर होऊंगा। ‘मेरा सेवक दाऊद उनका राजा होगा, और उन-सब का एक ही चरवाहा होगा। वे मेरे आदेशों के अनुसार जीवन व्‍यतीत करेंगे, और मेरी संविधियों के अनुरूप आचरण करेंगे। जो देश मैंने अपने सेवक याकूब को दिया था, वहां वे अपने पूर्वजों के देश में पुन: निवास करेंगे। वे और उनके वंशज, पीढ़ी से पीढ़ी तक वहीं स्‍थायी रूप से रहेंगे; और मेरे सेवक दाऊद के वंशज युग-युगांतर उनके प्रशासक होंगे। मैं उनके साथ शान्‍ति का विधान स्‍थापित करूंगा। यह विधान उनके साथ शाश्‍वत विधान होगा। मैं उनको आशिष दूंगा, और उनकी आबादी बढ़ाऊंगा। मैं उनके मध्‍य में स्‍थायी रूप से अपना पवित्र निवास-स्‍थान बनाऊंगा। ‘मेरा निवास-स्‍थान उनके मध्‍य में सदा विद्यमान रहेगा। वे मेरे निज लोग होंगे, और मैं उनका परमेश्‍वर होऊंगा। जब मेरा पवित्र स्‍थान उनके मध्‍य में सदा विद्यमान रहेगा, तब सब राष्‍ट्रों को ज्ञात होगा कि मैं-प्रभु ही इस्राएल को पवित्र करता हूँ।’

निःशुल्क पठन योजनाएँ और भक्तिपूर्ण पठन योजनाएँ जो यहेजकेल 37:12-28 से संबंधित हैं