निर्गमन 24:3-11

निर्गमन 24:3-11 HINCLBSI

मूसा लौटे। उन्‍होंने इस्राएली लोगों से प्रभु के सब वचनों तथा न्‍याय-सिद्धान्‍तों का वर्णन किया। लोगों ने मूसा को एक स्‍वर से उत्तर दिया, ‘जो वचन प्रभु ने कहे हैं, उन सबका हम पालन करेंगे।’ मूसा ने प्रभु के सब वचन लिख लिये। वह सबेरे उठे। उन्‍होंने पहाड़ की तलहटी में एक वेदी बनाई, और इस्राएल के बारह कुलों के अनुसार बारह स्‍तम्‍भ खड़े किये। मूसा ने इस्राएली समाज के युवकों को भेजा, जिन्‍होंने प्रभु को अग्‍नि-बलि चढ़ाई तथा बैलों को सहभागिता-बलि में अर्पित किया। मूसा ने आधा रक्‍त लेकर उसे छिड़क दिया। तत्‍पश्‍चात् उन्‍होंने विधान की पुस्‍तक ली, और इस्राएली समाज को पढ़कर सुनाई। लोगों ने कहा, ‘जो वचन प्रभु ने कहे हैं, उन सबका हम पालन करेंगे, हम उनको सुनेंगे।’ मूसा ने रक्‍त लिया और उसको लोगों पर छिड़ककर उनसे कहा, ‘देखो, यह उस विधान का रक्‍त है, जिसे प्रभु ने इन सब वचनों के आधार पर तुम्‍हारे साथ स्‍थापित किया है।’ तत्‍पश्‍चात् मूसा, हारून, नादब, अबीहू तथा इस्राएली समाज के सत्तर धर्मवृद्ध ऊपर गए। उन्‍होंने इस्राएल के परमेश्‍वर को देखा। उसके चरणों के नीचे नीलमणि का चबूतरा-जैसा कुछ था, जो आकाश के सदृश स्‍वच्‍छ था। परमेश्‍वर ने इस्राएली समाज के प्रधानों पर हाथ नहीं उठाया, वरन् उन्‍होंने परमेश्‍वर का दर्शन किया, और खाया-पिया।