इफिसियों 5:28-33

इफिसियों 5:28-33 HINCLBSI

इसी प्रकार उचित है कि पति अपनी पत्‍नी से प्रेम करे, मानो वह उसकी अपनी देह है। क्‍योंकि जो अपनी पत्‍नी से प्रेम करता है, वह अपने आपसे प्रेम करता है। कोई अपने शरीर से बैर नहीं करता; वरन् वह उसका पालन-पोषण करता और उसकी देख-भाल करता रहता है। मसीह कलीसिया के साथ ऐसा ही करते हैं, क्‍योंकि हम उनकी देह के अंग हैं। धर्मग्रन्‍थ में लिखा है, “इस कारण पुरुष अपने माता-पिता को छोड़ेगा और अपनी पत्‍नी के साथ रहेगा और वे दोनों एक देह होंगे।” यह एक महान रहस्‍य है-यह मैं मसीह और कलीसिया के संदर्भ में कह रहा हूं। जो भी हो, आप लोगों में हर एक पति अपनी पत्‍नी को अपने समान प्रेम करे और पत्‍नी अपने पति का आदर-सम्‍मान करे।

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