सभा-उपदेशक 3:12-13
सभा-उपदेशक 3:12-13 HINCLBSI
अत: मुझे यह अनुभव हुआ कि मनुष्य के लिए इससे अच्छी और कोई बात नहीं है कि वह जीवन-भर सुख से रहे और आनन्द मनाता रहे। वस्तुत: यह परमेश्वर का वरदान है कि प्रत्येक मनुष्य भरपेट खाए-पीए और आनन्दपूर्वक परिश्रम करे।