व्‍यवस्‍था-विवरण 19:10-12

व्‍यवस्‍था-विवरण 19:10-12 HINCLBSI

इस प्रकार निर्दोष व्यक्‍ति का रक्‍त तेरे उस देश में नहीं बहेगा, जिसको पैतृक-अधिकार के लिए तेरा प्रभु परमेश्‍वर तुझे प्रदान कर रहा है। अन्‍यथा उसके रक्‍त का दोष तुझ पर लगेगा। ‘यदि कोई व्यक्‍ति अपने पड़ोसी के प्रति बैर-भाव रखता है, और घात लगाकर उस पर ऐसा प्राणघातक प्रहार करता है कि वह मर जाता है, तथा हत्‍यारा इन नगरों में से किसी नगर में भाग कर शरण लेता है, तो उसके नगर के धर्मवृद्ध किसी को भेजकर वहां से उसको लाएंगे और रक्‍त-प्रतिशोधी के हाथ में उसे सौंप देंगे। रक्‍त-प्रतिशोधी उसका वध करेगा।