व्‍यवस्‍था-विवरण 1:26-31

व्‍यवस्‍था-विवरण 1:26-31 HINCLBSI

किन्‍तु तुमने वहां जाना अस्‍वीकार कर दिया। तुमने अपने प्रभु परमेश्‍वर के वचन से विद्रोह किया। तुमने अपने तम्‍बुओं में बक-बक की और कहा, “प्रभु हमसे बैर करता है, इसलिए वह हमें मिस्र देश से निकालकर लाया है कि एमोरी जाति के हाथ में हमें सौंप दे, और इस प्रकार हमें नष्‍ट कर दे। हम कहां जा रहे हैं? स्‍वयं हमारे भाइयों ने हमारा हृदय निरुत्‍साह कर दिया है। वे कहते हैं, ‘वहां के लोग हमसे अधिक ऊंचे और अधिक बलवान हैं। उनके नगर विशाल हैं, जिनके गगन-चुम्‍बी परकोटे हैं। इसके अतिरिक्‍त हमने वहां दानव के वंशजों को भी देखा है।” ” तब मैंने तुमसे कहा था, “तुम उनसे मत डरो, और न आतंकित हो। तुम्‍हारा प्रभु परमेश्‍वर, जो तुम्‍हारे आगे-आगे चलता है, स्‍वयं तुम्‍हारे लिए युद्ध करेगा; जैसा उसने तुम्‍हारी आंखों के सामने मिस्र देश में किया था। तुमने निर्जन प्रदेश में भी यही देखा था कि जैसे मनुष्‍य अपने बच्‍चे को गोद में उठाकर ले जाता है, वैसे ही तुम्‍हारा प्रभु परमेश्‍वर तुम्‍हें ले गया। जब तक तुम इस स्‍थान पर नहीं पहुंच गए, तब तक वह तुम्‍हें उन सब मार्गों पर उठाकर ले गया जिन पर तुम गए थे।