दानिएल 9:7-23

दानिएल 9:7-23 HINCLBSI

हे स्‍वामी, केवल तू ही धार्मिक है, और हमारा सिर शर्म से झुका हुआ है। आज भी हम, यहूदा प्रदेश के निवासी, यरूशलेम नगर के रहने वाले, वस्‍तुत: समस्‍त इस्राएली कौम के लोग जो दूर और नजदीक के देशों में प्रवास कर रहे हैं, जहाँ तूने उनको अपने प्रति विश्‍वासघाती आचरण के कारण रहने को विवश किया है, शर्म के कारण अति लज्‍जित हैं। हमारे भाग्‍य में केवल शर्म है। हे प्रभु! हम-सब − हमारे राजा, हमारे शासक और हमारे पिता − अपने पाप के कारण लज्‍जित हैं; क्‍योंकि हमने तेरे प्रति पाप किया है। हे स्‍वामी हमारे परमेश्‍वर, केवल तू ही दयालु और क्षमाशील है। हमने तेरे प्रति विद्रोह किया था, और तेरे धर्म के नियम-कानूनों के अनुसार आचरण नहीं किया था, जो तूने अपने सेवक नबियों के माध्‍यम से हमारे सम्‍मुख रखे थे। प्रभु, इस प्रकार हमने अपने स्‍वामी परमेश्‍वर की वाणी नहीं सुनी। समस्‍त इस्राएली कौम ने तेरी वाणी को सुनने से इन्‍कार किया। उन्‍होंने तेरी व्‍यवस्‍था का उल्‍लंघन किया और तेरी ओर से मुंह फेर लिया। अत: जो शाप और शपथ तेरे सेवक मूसा की व्‍यवस्‍था में लिखे हुए हैं, वे हम पर बरसने लगे; क्‍योंकि हमने तेरे प्रति पाप किया था। हे परमेश्‍वर, जो वचन तूने हमारे प्रति और हम पर शासन करने वाले प्रशासकों के प्रति कहे थे, उनको तूने पूरा किया। तूने हम पर महा विपत्ति ढाही। वस्‍तुत: जैसी विपत्ति यरूशलेम पर ढाही गई वैसी समस्‍त आकाश के नीचे धरती पर और कहीं नहीं पड़ी। मूसा की व्‍यवस्‍था में लिखित समस्‍त विपत्तियाँ हम पर पड़ीं, तो भी हमने अपने प्रभु परमेश्‍वर की कृपा-दृष्‍टि प्राप्‍त करने का प्रयत्‍न नहीं किया और न हम अपने अधर्ममय आचरण को छोड़कर तेरे सत्‍य वचन सुनने को तत्‍पर हुए। अत: हे प्रभु, तूने हमारे लिए विपत्ति तैयार रखी और हम पर उण्‍डेल दी; क्‍योंकि हमारा प्रभु परमेश्‍वर अपने हरएक आचरण में धर्ममय है, उसका प्रत्‍येक कार्य न्‍यायपूर्ण होता है। हमने उसकी वाणी को नहीं सुना था; इसलिए हम पर यह विपत्ति आई। “हे स्‍वामी हमारे परमेश्‍वर, तूने अपने भुजबल से अपने निज लोगों को मिस्र देश की गुलामी से मुक्‍त किया था और इस प्रकार अपने नाम को महान बनाया था, जैसा वह आज भी है। प्रभु, हमने पाप किया है। हमने दुष्‍ट आचरण किया है। स्‍वामी, अपने धर्ममय आचरण के अनुरूप अपना क्रोध और प्रकोप यरूशलेम से हटा ले। प्रभु, यरूशलेम नगर तेरा ही पवित्र पहाड़ी नगर है। हमारे पूर्वजों के पापमय और हमारे ही अधर्ममय आचरण के कारण यरूशलेम नगर और तेरे निज लोग आसपास के राष्‍ट्रों में बदनाम हो गए हैं। अत: हे हमारे परमेश्‍वर, अपने इस सेवक की प्रार्थना और विनती को सुन। हे स्‍वामी, उजाड़ पड़े हुए पवित्र स्‍थान पर अपनी ही महिमा के लिए अपने मुख का प्रकाश चमका। हे मेरे परमेश्‍वर, मेरी प्रार्थना की ओर अपना कान लगा और उसको सुन। अपनी आंखों को खोल और हमारे विनाश पर दृष्‍टि कर। जो नगर तेरे नाम से पुकारा जाता है, उसको देख। प्रभु, अपनी धार्मिकता के कारण नहीं बल्‍कि तेरी महान दया पर भरोसा रखकर हम यह प्रार्थना, यह विनती तेरे सम्‍मुख प्रस्‍तुत कर रहे हैं। हे स्‍वामी, हमारी प्रार्थना को सुन। हे स्‍वामी, हमारे अपराध को क्षमा कर। हे स्‍वामी, हम पर ध्‍यान दे और हमें मुक्‍त कर। हे मेरे परमेश्‍वर, अपनी ही महिमा के लिए विलम्‍ब मत कर, क्‍योंकि तेरा नगर और तेरे निज लोग तेरे ही नाम से पुकारे जाते हैं।” “इस प्रकार मैं बोल रहा था। मैं प्रार्थना कर रहा था। मैं अपने और अपनी इस्राएली कौम के पाप को स्‍वीकार कर रहा था। जब मैं अपने प्रभु परमेश्‍वर के सम्‍मुख उसके पवित्र पहाड़ी नगर के लिए याचना प्रस्‍तुत कर रहा था; वस्‍तुत: जब मैं प्रार्थना के शब्‍दों को बोल ही रहा था, तब वही गब्रिएल स्‍वर्गदूत द्रुतगति से मेरे पास आया, जिसको मैंने प्रथम दर्शन में देखा था। संध्‍या-बलि का समय था। उसने मुझे समझाते हुए यह कहा, “दानिएल, मैं तुझे बुद्धि और समझ देने के लिए आया हूं। तूने याचना करना आरम्‍भ किया था कि मुझे आदेश प्राप्‍त हुआ। मैं तुझको वही बताने आया हूं, क्‍योंकि तू परमेश्‍वर को परमप्रिय है। अब तू मेरे शब्‍दों को ध्‍यान से सुन और अपने दर्शन को समझ।