2 इतिहास 34:1-8

2 इतिहास 34:1-8 HINCLBSI

जब योशियाह ने राज्‍य करना आरम्‍भ किया तब वह आठ वर्ष का था। उसने राजधानी यरूशलेम में इकतीस वर्ष तक राज्‍य किया। योशियाह ने वे कार्य किए जो प्रभु की दृष्‍टि में उचित थे। वह अपने पूर्वज दाऊद के मार्ग पर चला। वह उससे लेशमात्र भी अलग नहीं हुआ। जब वह किशोर ही था, और उसके राज्‍य का आठवां वर्ष था, तब से अपने पूर्वज दाऊद के परमेश्‍वर की खोज में लग गया था, और अपने राज्‍य के बारहवें वर्ष में उसने यहूदा प्रदेश तथा राजधानी यरूशलेम को शुद्ध करने के लिए पहाड़ी शिखरों की वेदियां, अशेराह देवी के खम्‍भे और गढ़ी एवं ढली मूर्तियों को हटा दिया। योशियाह की उपस्‍थिति में बअल देवता की वेदियां ध्‍वस्‍त कर दी गईं उनके ऊपर सूर्य की विशाल प्रतिमाएँ थीं। उनको उसने काट दिया। उसने अशेराह देवी के खम्‍भे के टुकड़े-टुकड़े कर दिए तथा गढ़ी एवं ढली मूर्तियाँ पीस कर बुकनी बना दीं, और उन लोगों की कबरों पर बिखेर दिया, जो उनकी पूजा करते थे। उसने उनके पुरोहितों की हड्डियां उन वेदियों पर जलाईं, और उनको अशुद्ध कर दिया। इस प्रकार योशियाह ने यहूदा प्रदेश तथा राजधानी यरूशलेम को शुद्ध किया। मनश्‍शे तथा एफ्रइम गोत्र और शिमोन तथा दूर नफ्‍ताली कुल के आबाद नगरों, तथा उजाड़ पड़े नगरों में भी अशेराह देवी के खम्‍भे और वेदियां थीं। राजा योशियाह ने वेदियां ध्‍वस्‍त कर दीं और अशेराह देवी के खम्‍भों और मूर्तियों को पीसकर बुकनी बना दिया। उसने समस्‍त इस्राएल देश में सूर्य की प्रतिमाओं के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। तत्‍पश्‍चात्, वह यरूशलेम नगर को लौटा। राजा योशियाह के राज्‍य-काल के अठारहवें वर्ष की यह घटना है। वह यहूदा प्रदेश तथा प्रभु के भवन को शुद्ध कर चुका था। उसने शाफान बेन-असल्‍याह, नगर के प्रशासक मासेयाह तथा लिपिक योआह बेन-योआहाज को भेजा कि वे उसके प्रभु परमेश्‍वर के भवन की मरम्‍मत करें।