1 राजा 1:9-30

1 राजा 1:9-30 HINCLBSI

एक दिन अदोनियाह ने एन-रोगेल झरने के निकट “सरकवां पत्‍थर” पर भेड़, बैल और हष्‍ट-पुष्‍ट पशु बलि किए। उसने अपने सब भाइयों, राजकुमारों, तथा यहूदा प्रदेश के समस्‍त राजकर्मचारियों को बलि-भोज के लिए निमन्‍त्रित किया। परन्‍तु उसने नबी नातान, बनायाह तथा योद्धाओं को एवं अपने भाई सुलेमान को निमन्‍त्रित नहीं किया। नबी नातान ने सुलेमान की मां बतशेबा से कहा, ‘क्‍या आपने यह नहीं सुना कि रानी हग्‍गीत का पुत्र अदोनियाह राजा बन गया है, और हमारे स्‍वामी दाऊद यह बात नहीं जानते हैं? मैं आपको यह सलाह देता हूँ: अब आप अपने प्राण तथा अपने पुत्र सुलेमान के प्राण बचाइए। आप अविलम्‍ब महाराज दाऊद के पास जाइए। आप उनसे यह कहिए, “क्‍या मेरे स्‍वामी, महाराज ने मुझसे अपनी सेविका से, यह शपथ नहीं खाई थी : ‘मेरे पश्‍चात् तुम्‍हारा पुत्र सुलेमान राज्‍य करेगा। वह मेरे सिंहासन पर बैठेगा।’ तब अदोनियाह क्‍यों राजा बन गया?” जब आप महाराज से बात कर रही होंगी, तभी मैं आपके पीछे भीतर आ जाऊंगा, और आपकी बातों का समर्थन करूंगा।’ अत: बतशेबा राजा के पास, उसके शयन-कक्ष में गई। राजा बहुत वृद्ध था। शूनेम नगर की अबीशग उसकी देखभाल करती थी। बतशेबा ने सिर झुकाया। उसने भूमि पर लेटकर राजा को साष्‍टांग प्रणाम किया। राजा ने उससे पूछा, ‘तुम्‍हें क्‍या चाहिए?’ बतशेबा ने उसे उत्तर दिया, ‘मेरे स्‍वामी, आपने मुझसे, अपनी सेविका से, प्रभु परमेश्‍वर की शपथ खाई थी और यह कहा था : “मेरे पश्‍चात् तुम्‍हारा पुत्र सुलेमान राज्‍य करेगा। वह मेरे सिंहासन पर बैठेगा।” अब देखिए, अदोनियाह राजा बन गया है। महाराज, मेरे स्‍वामी यह बात नहीं जानते हैं। अदोनियाह ने अनेक बैलों, हृष्‍ठ-पुष्‍ट पशुओं और भेड़ों की बलि की है, और राजकुमारों, पुरोहित एबयातर और सेनापति योआब को निमन्‍त्रित किया है। परन्‍तु उसने आपके सेवक सुलेमान को नहीं बुलाया। महाराज, मेरे स्‍वामी, समस्‍त इस्राएली राष्‍ट्र की आंखें आप पर लगी हैं। कृपाकर, आप उन्‍हें बता दीजिए कि आपके पश्‍चात् आपके सिंहासन पर कौन बैठेगा। अन्‍यथा जब महाराज, मेरे स्‍वामी अपने मृत पूर्वजों के साथ सो जाएंगे तब मैं और मेरा पुत्र सुलेमान अपराधी गिने जाएंगे।’ वह राजा से बात कर रही थी कि नबी नातान आया। राजा को यह बताया गया, ‘नबी नातान आए हैं।” नातान राजा के सम्‍मुख उपस्‍थित हुआ। उसने भूमि पर मुंह के बल गिरकर राजा का अभिवादन किया। नातान ने कहा, ‘महाराज, मेरे स्‍वामी, क्‍या आपने यह घोषणा की है: “मेरे पश्‍चात् अदोनियाह राज्‍य करेगा। वह मेरे सिंहासन पर बैठेगा?” वह आज नीचे घाटी में गया है। उसने अनेक बैलों, हृष्‍ट-पुष्‍ट पशुओं और भेड़ों की बलि की है, और राजकुमारों, सेनापति योआब और पुरोहित एबयातर को निमन्‍त्रित किया है। देखिए, वे उसके साथ खा-पी रहे हैं। वे यह भी कह रहे हैं’ “महाराज अदोनियाह अमर हों!” परन्‍तु अदोनियाह ने मुझे − आपके सेवक को, पुरोहित सादोक को, बनायाह बेन-यहोयादा को, और आपके सेवक सुलेमान को नहीं बुलाया। क्‍या यह मेरे स्‍वामी, महाराज की अनुमति से हुआ है? परन्‍तु आपने यह बात मुझ पर, अपने सेवक पर नहीं प्रकट की कि मेरे स्‍वामी, महाराज के पश्‍चात् सिंहासन पर कौन बैठेगा?’ तब राजा दाऊद ने उत्तर दिया, ‘मेरे पास बतशेबा को बुलाओ।’ अत: बतशेबा राजा के सम्‍मुख प्रस्‍तुत हुई। वह राजा के पास खड़ी हो गई। राजा ने यह शपथ खाई : ‘जीवन्‍त प्रभु की सौगन्‍ध, जिसने बैरियों से मेरे प्राण को बचाया था। मैंने इस्राएली राष्‍ट्र के प्रभु परमेश्‍वर के नाम से तुमसे यह शपथ खाई थी कि मेरे पश्‍चात् तुम्‍हारा पुत्र सुलेमान राज्‍य करेगा। वह मेरे बदले मेरे सिंहासन पर बैठेगा। मैं आज ही यह कार्य करूंगा।’