1 इतिहास 16:1-7

1 इतिहास 16:1-7 HINCLBSI

वे परमेश्‍वर की मंजूषा भीतर लाए। उन्‍होंने मंजूषा को तम्‍बू के मध्‍य में प्रतिष्‍ठित किया। यह तम्‍बू दाऊद ने मंजूषा के लिए गाड़ा था। तत्‍पश्‍चात् उन्‍होंने परमेश्‍वर के सम्‍मुख अग्‍नि-बलि और सहभागिता-बलि चढ़ाई। अग्‍नि-बलि और सहभागिता-बलि चढ़ाने के बाद दाऊद ने उपस्‍थित लोगों को प्रभु के नाम से आशिष दी। उसने सब इस्राएलियों को, प्रत्‍येक स्‍त्री-पुरुष को, रोटी का एक टुकड़ा, मांस की एक बोटी तथा किशमिश की एक टिकिया वितरित की। इसके अतिरिक्‍त दाऊद ने उप-पुरोहितों में से कुछ व्यक्‍तियों को धर्म-सेवकों के रूप में नियुक्‍त किया। ये प्रभु की मंजूषा के सम्‍मुख उपस्‍थित रहते थे। इनका कार्य यह था: इस्राएली राष्‍ट्र के प्रभु परमेश्‍वर का स्‍मरण, सराहना और स्‍तुति करना। आसाफ उनका अगुआ था। ये आसाफ के सहायक थे: जकर्याह, येईएल, शमीरामोट, यहीएल, मत्तित्‍याह, एलीआब, बनायाह, ओबेद-एदोम और यईएल। ये सारंगी और वीणा बजाते थे। आसाफ झांझ बजाता था। बनायाह और यहीएल परमेश्‍वर की विधान-मंजूषा के सम्‍मुख तुरही निरन्‍तर बजाने के लिए नियुक्‍त किए गए। उसी दिन दाऊद ने सर्वप्रथम आसाफ और उसके चचेरे भाई-बन्‍धुओं को नियुक्‍त किया कि वे प्रभु के अद्भुत कार्यों के उपलक्ष्य में यह स्‍तुति-गान करें