उसी दिन लोगों के सम्मुख मूसा के व्यवस्था-ग्रन्थ में से पाठ किया गया। उसमें यह लिखा हुआ मिला : ‘तुम अम्मोनी और मोआबी कौम के किसी भी व्यक्ति को परमेश्वर की धर्म-सभा में कभी प्रवेश नहीं करने देना; क्योंकि इस्राएलियों के निर्गमन के समय उन्होंने इस्राएलियों को खाना-पीना नहीं, बल्कि बालाम के द्वारा अभिशाप दिया था जिसको उन्होंने दक्षिणा देकर बुलवाया था। फिर भी हमारे परमेश्वर ने बालाम के इस शाप को वरदान में बदल दिया।’