तब प्रभु ने यह कहा, “जैसे मेरा सेवक यशायाह तीन वर्ष तक मिस्र देश और इथियोपिआ देश के विरुद्ध संकेत-चिह्न और चमत्कार स्वरूप नंगे बदन और नंगे पैर चलता-फिरता रहा, वैसे ही असीरिया देश मिस्र देश के बन्दियों और इथियोपिआ के निवासियों को, युवकों और वृद्धों को, नंगे बदन और नंगे पैर ले जाएगा। उनके नितम्ब खुले होंगे। यह मिस्र देश के लिए अपमानजनक बात होगी।