तब प्राचीन युग-पुरुष ने उसको
शासन का अधिकार, महिमा और राज्य
प्रदान किया
ताकि पृथ्वी की समस्त कौमें, राष्ट्र और
भिन्न-भिन्न भाषाएं बोलने वाले लोग
उसकी सेवा करें।
उसका शासन शाश्वत शासन है;
जो कभी समाप्त न होगा;
उसका राज्य युगानुयुग अटल है,
जिसका कभी नाश न होगा।