दाऊद ने इन शब्दों पर अपने हृदय में विचार किया। अत: वह गत नगर के राजा के कारण बहुत डर गया। जब कर्मचारियों की दृष्टि दाऊद पर पड़ी तब वह पागल-सा बन गया। जब उन्होंने उसे पकड़ा तब वह पागलपन का अभिनय करने लगा। वह फाटकों के किवाड़ों पर ढोल बजाने लगा। उसने दाढ़ी के ऊपर लार बहने दी।