किन्तु शमूएल ने यह कहा :
‘जैसे प्रभु अपनी आज्ञा का पालन किये जाने
पर प्रसन्न होता है,
क्या वैसे वह अग्नि-बलि और पशुओं की
बलि से प्रसन्न होता है?
देख, प्रभु की आज्ञा मानना
पशु की बलि चढ़ाने से श्रेष्ठ है!
उसकी बात पर ध्यान देना
मेढ़े की चर्बी चढ़ाने से उत्तम है।