निःशुल्क पठन योजनाएँ और भक्तिपूर्ण पठन योजनाएँ जो भजन संहिता 23:6 से संबंधित हैं
आश्वासन
4 दिवस
आप प्रभु से पाप मुक्त हुए यह आश्वासन आपके दिल में रहे यह उनकी इच्छा हैं। आपके जीवन में आश्वासन की वृद्धि निरंतर प्रभु के वचन अध्ययन कर उनसे सामना करने से ही हैं। निम्नलिखित वचन कंठस्थ करने से आप जीवन भर प्रभु से आश्वासित और पाप मुक्त रहने में मददगार साबित होगा। आपका जीवन यह वचन कंठस्थ कर रूपांतरित हो इसकी हम कामना करते हैं। वचन कंठस्थ हेतु व्यस्थित और विस्तृत हेतु कृपया http://www.MemLok.com क्लिक करे।
वैश्विक महामारी की बीमारी के दौरान आशा
5 दिन
ये अभूतपूर्व, अद्वितीय, बेजोड़ समय हैं हम सभी के लिए जो पृथ्वी पर कहीं भी रहते हैं। इतिहास के अनुसार, हम आशा पा सकते हैं, जब हम वो की ओर मुड़ते हैं जिसने यह सब बनाया है और सभी का स्वामी है। बाइबल इन बातों के बारे में क्या कहती है? इस संकट के लिए परमेश्वर की प्रतिक्रिया क्या है? और जीवन और मृत्यु में मेरी आशा क्या है?
शोक/गहरा दुःख
5 दिन
शोक असहनीय महसूस कर सकतें हैं। जबकि नेक/अच्छे मित्र और परिवार/रिश्तेदार सहारा देते हैं और उत्साहित करतें हैं, पर हम अक्सर महसूस करतें हैं जैसे हमें कोई नहीं समझता-कि हमारी इस दुःख की घड़ी में हम अकेले हैं। इस योजना में, आप दिलासा देने वाले वचनों को देखेंगे जिससे आपको परमेश्वर के दृष्टिकोण को ढूंढने/समझने में सहायता मिलेगी, हमारे उद्धारकर्ता की, आपके लिए गहरी सोच/चिंता को महसूस करोगे, और अपने दुःख/दर्द से आराम का अनुभव करोगे।
टेस्टिंग, टेस्टिंग, टेस्टिंग: एक सुरक्षा जांच
6 दिन
तीन-भागों की श्रृंखला के अंतिम भाग में, डॉ रमेश रिचर्ड, जो RREACH (वैश्विक स्तर पर सुसमाचार सुनाने वाली सेवकाई) के अध्यक्ष और डालास थियोलोजिकल सेमिनरी के आचार्य हैं,अंतिम "जांच" की चर्चा करते हैं, कि विपत्ति और व्यवधान एक विश्वासी को - एक "सुरक्षा जांच” प्रदान करते हैं । अंततः त्रिएक मसीही विश्वास की छाया और सशक्तिकरण के तहत हमें अपना जीवन जीने की स्वतंत्रता है।
परमेश्वर की सुनना
7 दिवस
एमी ग्रोशेल ने इस सात दिवसीय बाइबल योजना को इस उम्मीद से लिखा है कि, यह हमारे प्रिय पिता परमेश्वर के ह्रदय से सीधे हमारे ह्रदय तक पहुँचे। उनकी प्रार्थना है कि यह आपको उन विपरीत शोरगुल से बचाकर, आपका ध्यान उसकी आवाज़ की ओर जागृत करे।
अनमोल समय...अनंतता के महत्वपूर्ण पल
20 दिन
प्रतिदिन के मनन को पढ़िए और पवित्रशास्त्र की आयतों का मनन कीजिए। एक जीवन परिवर्तित करने वाली गवाही या परमेश्वर के अलौकिक सामर्थ के प्रदर्शन को पढ़ने के बाद कुछ समय के लिए रूकें। अंत में दी गई प्रार्थना या घोषणा के अर्थ को समझते हुए उसे दोहराएं। इस बात को जानें कि परमेश्वर के जिस प्रेम और सामर्थ को लेखकों ने अनुभव किया था, वह आपका भी हो सकता है।