निःशुल्क पठन योजनाएँ और भक्तिपूर्ण पठन योजनाएँ जो 1 तीमुथियुस 1:16 से संबंधित हैं
![धन्यवाद से परिपूर्ण जीवन जीना](/_next/image?url=https%3A%2F%2F%2F%2Fimageproxy.youversionapi.com%2Fhttps%3A%2F%2Fs3.amazonaws.com%2Fyvplans%2F32564%2F640x360.jpg&w=1920&q=75)
धन्यवाद से परिपूर्ण जीवन जीना
7 दिन
जीवनदाता और सभी आशीषों पर अपनी निर्भरता पर विचार करते हुए डॉ.रमेश रिचर्ड के साथ हुए सात दिन बिताएं। वह RREACH के अध्यक्ष और डालास थियोलोजिकल सेमिनरी के आचार्य हैं ,जो पासबान के दृष्टिकोण को रखते हुए बताएंगे कि जीवन में कृतज्ञता का कैसे अभ्यास करना चाहिए। आइए हम अपने पास पाई जाने वाली चीज़ों और सभी ज़रूरी चीज़ों के लिए परमेश्वर का धन्यवाद व उस पर भरोसा करें।
![सच्चा प्यार क्या है?](/_next/image?url=https%3A%2F%2F%2F%2Fimageproxy.youversionapi.com%2Fhttps%3A%2F%2Fs3.amazonaws.com%2Fyvplans%2F31668%2F640x360.jpg&w=1920&q=75)
सच्चा प्यार क्या है?
12 दिन
सब जानना चाहतें हैं कि वास्तव में प्रेम क्या है। लेकिन बाइबिल प्रेम के विषय में क्या बताती है, कुछ लोग ही इस बात को जानते हैं। प्रेम, बाइबिल के मुख्य विषयों में से एक तथा मसीह जीवन का सबसे महत्वपूर्ण सदगुण है। थीस्लबेण्ड मिनिस्ट्रीज़ की ओर से यह पठन योजना, बाइबिल आधारित प्रेम के मायने तथा परमेश्वर और सब लोगों से कैसे बेहतर तरीके से प्रेम करें, इन बातों की खोज करती है।
![1 तिमुथियुस](/_next/image?url=https%3A%2F%2F%2F%2Fimageproxy.youversionapi.com%2Fhttps%3A%2F%2Fs3.amazonaws.com%2Fyvplans%2F47857%2F640x360.jpg&w=1920&q=75)
1 तिमुथियुस
12 दिन
तीमुथियुस को लिखा पहला पत्र व्यावहारिक संकेत प्रदान करता है कि किसी को सुसमाचार द्वारा बदल दिया गया है - जो कि ईश्वरत्व के सच्चे लक्षण हैं। 1 तीमुथियुस के माध्यम से दैनिक यात्रा करें क्योंकि आप ऑडियो अध्ययन सुनते हैं और भगवान के वचन से चुनिंदा छंद पढ़ते हैं।
![परमेश्वर प्रगट हुए- नये नियम की एक यात्रा](/_next/image?url=https%3A%2F%2F%2F%2Fimageproxy.youversionapi.com%2Fhttps%3A%2F%2Fs3.amazonaws.com%2Fyvplans%2F44443%2F640x360.jpg&w=1920&q=75)
परमेश्वर प्रगट हुए- नये नियम की एक यात्रा
13 दिन
क्या हमारा जीवन मसीह से मुलाकात करने के बाद लगातार बदल रहा है? हम जीवन के परे सम्पत्ति को कैसे बना सकते हैं? हम कैसे आनन्द, सन्तुष्टि और शान्ति को हर परिस्थिति में बना कर रख सकते हैं? इन सारी बातों को वरन कई अन्य बातों को पौलुस की पत्री में सम्बोधित किया गया है।