जिदलदाय यूसुफ ऐ गोठमन चो बिचार ने ची रलो तेबे माहापुरू चो सरगदूत हुनके सपना ने दका देउन भाती बोलुक मुरयालो, “हे यूसुफ! दाऊद पुरखा चो पिला, तुय आपलो बायले मरियम के आपलो घरे आनतो काजे नी डर, कसनबल्लोने जोन हुनचो गरब ने आसे, हुन पवितर आत्मा चो बाटले आय।