अंऊ मुक्का पतरस बि महसूस शुई कि लहन महसे तेज तोह ता दुह बेई इलि, दंङ छना ए तीरिंङ डुमज़े लेहती ता हाऊष रें कुट्री लेहती, “हे प्रभु, गिह्बी बचाएतु!” यीशुज़ि दोहथरे गुहड़ तुंखा लेह दुह च़ुमरी, दंङ दोबि कुहतो, “हे विशवास माह लहज़ाड़ा केई छिले शक लहतेन?”