“माएन लेआ कि अगर तुमन में ले कोनो हर, एगोट बड़खा घर बनाए बर करथे, त बनाए कर आगू बईठ के खरचा ला जरूर जोड़ही, कि ओकर जग घर ला बनाए बर, पईसा हवे कि नईए। कहों एकस झईन होए, कि ओहर नेंव कोएड़ के घर ला पूरा करे नई सकही, त जेमन ओके देखहीं, ओमन हंसे लागहीं। अऊ ओमन कहीं कि ‘ए मईनसे हर घर बनाए बर तो सुरू करीस, बकिन बनाए नई सकीस?’