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मरकुस 10

10
छोड़-छुट्टी को बारे म प्रभु यीसु को नेम
(मत्ती 19:1-12; लूका 16:28)
1फिर यीसु वा जगह से उठ ख यहूदिया कि हद अर यरदन नद्दी को जोने गयो। भीड़ ओखा सामे जामा हो गई, अर यीसु अपनो नेम को हिसाब से उन ख फिर बतान लग्यो।
2तब कुच फरीसी हुन न ओको सामे आ ख ओकी परिक्छा लेन ख लाने ओसे पुछियो कि, “का यू ठीक हैं का, कि अदमी अपनी घर वाली ख छोड़े?”
3यीसु न उन ख बतायो, “मूसा न तुम ख का हुकुम दीयो हैं?”
4उन न कही, “मूसा न छोड़ छुट्टी लिखन अर छोड़न को नेम दियो हैं।”
5यीसु न उनका कही, “तुमरो मन की ड़ीट पन को वजे से ओ न तुमरो लाने यू आदेस लिखो 6पर ँसृस्टि को सुरू से परमेस्वर न अदमी अऊर ओरत कर ख उनका बनायो हैं, 7येको लाने अदमी अपनो माय-बाप से अलग होका अपनी घर वाली को संग म रहे 8इ प्रकार से अब वी दो नी बल्कि एक सरीर आय। 9येको लाने जोका परमेस्वर न जोड़ियो हैं, ओखा अदमी हुन अलग नी करन का।”
10जब यीसु घर म पहुँचियो ते चेला हुन न ओको बारे म ओसे अकेलो म फिर पुछयो। 11यीसु न उनका कय्हो, “जो कोई अपनी घरवाली का छोड़ ख दुसरी ओरत से बिहाव करहे ते वाह पहली घरवाली की नजर म गलत काम करह हैं, 12अर यदि घर वाली अपनो घर वालो का छोड़ ख दुसरो से बिहाव करे ते वहा गलत काम करह हैं।”
पोरिया हुन ख आसीर्वाद
(मत्ती 19:13-15; लूका 18:15-17)
13फिर अदमी हुन छोटा पोरिया पारी हुन का ओको जोने लावन लग्या, कि उ उन पर हात धरे, पर चेला हुन न उनका डाँटियो। 14यीसु न असो देख ख घुस्सा होका उनका कय्हो, “पोरिया-पारी हुन ख मोरा पास म आवन देव अर उनका मना मत करो, काहेकि परमेस्वर को राज असो ही हुन को हैं। 15मी तुम ख सच्ची बोलू हैं। कि जे भी कोई परमेस्वर को राज का, छोटा पोरिया को जसो नी समझन ख वी परमेस्वर को राज म कभी भी नी जान को।” 16अर ओ न उनका कन्ना म लियो, अर ओ न उनको पर हात धर ख उनका आसीर्वाद दियो।
जवान धनी अदमी अर अनन्त काल को जीवन
(मत्ती 19:16-30; लूका 18:18-30)
17जब यीसु वहाँ से निकल ख रस्ता म से जात रह, ते एक अदमी ओखा पास म दऊडत आयो; अर ओको सामे टोगरिया मोढ़ ख ओसे पुछयो; “अरे अच्छो गुरू अनन्त जीवन पान ख लाने मी का करु,?”
18यीसु न ओसे कही, “तू मोखा चोक्खो काहे बोला हैं कोई अच्छो नी, केवल एक परमेस्वर। 19तू आदेस ख जाना हैं कोइ ख मारजे मत, गलत काम मत करजे, चोरी मत करजे, झुटी गवाही मत देजो, छल-कपट मत करजे अपनो बाप अर माय को आदर करजे।”
20ओ न ओसे कही, अरे गुरू इन सब ख तो मी छुटपन से मानते आयो हैं।
21यीसु न ओखा ध्यान से देख ख ओसे प्रेम करियो; अर ओसे कही, “तो म एक बात कि कमी हैं। जा जे कुछ भी तोरो हैं ओखा बेच ख गरीब-लचार (कंगाल) हुन म बाट दा, अर तोखा स्वर्ग म धन मिल जाहे, अर आका मोरो पिछु हो जा” 22या बात (मान्दी) से ओको मन म नराजी सी आय गई अर उ मुण्डो लटका ख चल दियो, काहेकि उ जादा धनी हतो?
23यीसु न चारी तरफ देख ख अपना चेला हुन से कही, “धनवान को परमेस्वर ख राज म जानो कित्तो कठिन हैं।”
24चेला हुन यीसु कि बात से चकित रह गया ये पर यीसु न फिर उनका कही “अरे पोरिया हुन, जो धन पर भरोसा रखा हैं, उनको लाने परमेस्वर को राज म जानो कसो कठिन हैं 25परमेस्वर को राज म धनवान ख भीतर जानु से ऊँट को सुज्जी को छेद म से निकल जानु सहज हैं।”
26वी बेजा ही अचम्भा म पड़ ख आपसी मे कहन लगया, “ते फिर कोन को उध्दार हो सका हैं,?”
27यीसु न उनकी तरफ देख ख कय्हो, “अदमी हुन से तो यू नी हो सका, पर परमेस्वर से हो सका हैं, काहेकि परमेस्वर से सब कुछ हो जाय हैं।”
28पतरस ओसे कहन लग गयो, “देख, हम तो सब कुछ छोड़ ख तोरो पिछु चला हैं।”
29यीसु न कही, “मी तुमका सच्ची कहू हैं, कि असो कोई नी; जेना मोरा लाने अर सुभ समाचार ख लाने घर का या भई हुन ख या बहिन हुन ख या माय-बाप ख या पोरिया-पारी हुन ख या खेत हुन ख जेना छोड़या होए; 30अर अब या बखत सव गुना नी पायो होए, घर हुन अर भई हुन अर बहिन हुन अर माय हुन अर पोरिया पारी अर खेत हुन ख, पर सतायो जानो को संग या दुनिया म। अर स्वर्ग म अनन्त काल को जीवन। 31अर बेजा सारा जो पहले से हता, पिछे होयगो, अर जो पीछु हैं वी पहले होए।”
अपनी मोत ख बारे म यीसु मसी की तीसरो बार भविस्वानी
(मत्ती 20:17-19; लूका 18:31-34)
32जब यीसु अर चेला हुन यरूसलेम ख जाति बखत रस्ता म हता, अर यीसु उनको सामे-सामे चलते जात रह, चेला हुन अचम्बा म हता अर जे ओखा पिछु पिछु चलत रह वी डर गया जसा का हता रह। तब उ फिर बारा हुन ख लेका उनसे वा बात बोलन लग गयो, जे ओको ऊपर आन वाली हती रह, 33“देखो अपुन यरूसलेम ख जाय हैं, अर इंसान को पोरिया बड़ा पुजारी हुन अर सासतिरी हुन को हात म पकडवा दियो जाहे। अर वी ओखा सुली पर चढ़ान को योग्य ठहराहे अर दुसरी जात अधिकारी हुन को हात म सोप दियो जाहे। 34अर वी ओको मजाक उड़ाहे, ओको पर थुकेगो; ओखा कोड़ा मारेगो अर वी ओखा मार ड़ालेगो, अर तीन दिन को बाद उ मुर्दा म से जिन्दो होयगो।”
याकूब अर यूहन्ना की बिनती
(मत्ती 20:20-28)
35तब जबदी को पोरिया याकूब अर यूहन्ना न यीसु को पास म आका कय्हो, “गुरू जो कुछ वी हम तोसे माँगे, उ तू हमारा लाने कर।”
36यीसु न उन ख कय्हो, “तुम का चाहवा हैं की मी तुमरो लाने करु?”
37उन न यीसु से कय्हो, “हमका असी सक्ति दे की तोरो राज म जब तू सिंहासन पर बठे ते हम म से एक तोरो दायो हात बाजू अर दुसरो तोरो बायो हात बाजू बठे।”
38यीसु न उनका कय्हो, “तुमका नी मालूम कि तुम का माँगा हैं? जो दुख को कटोरा मी पीवन पर हैं, का तुम पी सका हैं; अर जो बपतिस्मा मी लेन पर हैं, का तुम ले सका हैं?”
39उन न यीसु से कय्हो, “हम से हो सका हैं।”
यीसु न उनका कय्हो, “जो कटोरा मी पीवन पर हैं, तुम पीहे; अर जो क्रूस को बपतिस्मा मी लेन पर हैं, ओखा लेहे। अर उ कटोरा ख तुम ख पिनो पड़ेगो। 40पर जेको लाने परमेस्वर न तैयार करयो हैं, उनका छोड़ का अर कोई ख अपनो आजू-बाजू बिठालन मोरो काम नी हाय।”
41असो सुन ख दस हुन याकूब अर यूहन्ना पर घुस्सा करन लग गया, 42ते यीसु न उनका पास म बुला का उनका कय्हो; “तुम जाना हैं कि जो दुसरी जात अधिकारी हुन समझा जावा हैं, वी उन पर अधिकार जतावा हैं। 43पर तुम म असो नी हाय, पर जो कोई तुम म बड़ो होन चाहवा हैं, उ तुमारो सेवक बने; 44अर जे कोई तुम म बड़ो होन चाहवा हैं। उ सबको नउकर बने। 45काहेकि इंसान को पोरिया येको लाने नी आयो कि ओकी सेवा टहल करी जाय, पर येको लाने आयो कि उ स्वंय सबकी सेवा चाकरी करे, अर बेजा झन ख छुड़ान ख लाने अपनी जान देहे।”
अंधो बरतिमाई ख आँख देनू
(मत्ती 20:29-34; लूका 18:35-43)
46वी यरीहो म आया। अर जब उ अर ओखा चेला हुन, अर एक बड़ी जात भीड़ यरीहो म से निकलत रह, तब तिमाई को पोरिया बरतिमाई, एक अंधा भिखारी ख, रोट को किनार म बठियो हतो 47ओ न असो सुन कर कि यीसु नासरी आय, चिल्लाया-चिल्लाया ख कहन लग गयो, “हे दाऊद कि गोत को; यीसु मोरा पर दया कर।”
48ढ़ेर सारा न ओखा डाँटियो कि चुप चाप रवा, पर उ अऊर भी आवाज देन लग गयो “हे दाऊद कि संतान मोरो ऊपर दया कर!”
49तब यीसु न ठहर ख कय्हो, “ओखा बुलाव।”
अर अदमी हुन न उ अँधो ख बुला ख ओसे कय्हो “धीरज धर! उठ उ तोखा बुलावा हैं।”
50उ अपनो कपड़ा हुन ख फेक ख कुदते हुए, अर यीसु को पास म आयो।
51ये पर यीसु न ओसे कय्हो, “तोरी का इच्छा हैं, कि मी तोरा लाने करु?” अंधा न ओसे बोल्यो,
“हे गुरू असो कि मी देखन लग जाऊ।”
52यीसु न आसो कय्हो, “चल जा, तोरा भरोसा न तोखा चोक्खो कर दियो।”
उ तुरत देखन ख लग गयो, अर रस्ता म ओको पिछु जान लगियो

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मरकुस 10: NTMtP24

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