मरकुस 5:25-26
मरकुस 5:25-26 BAG
भीड़ माहीं एकठे मेहेरिआ रही हय, जउने काहीं बारा बरिस से खून बहँइ के बिमारी रही हय। उआ मेहेरिआ खुब बैदन से आपन दबाई करबाइस; इहाँ तक कि आपन सगली धन-सम्पत्ती खरचा कइ डारिस, पय निकही नहीं भय, बलकिन अउर बिमार होइगे तय, एसे उआ खुब दुखी रहत रही हय।