थरपेड़ा का काम 5:38-39
थरपेड़ा का काम 5:38-39 डि एच डि
जिसुं ईका बारा मं म थान्अ खेऊ छु, थे या मनखा का बिरोध मं कांई मत करो यान्अ अस्यान'ई छोड़द्यो क्युं क यांकी या योजना अर काम मनखा की ओड़ी सुं होवला तो मतई खतम हे जावला। अर वे परमेसर की ओड़ी सुं होवला तो थे बीन्अ कोन्अ रोक सक्अला। अर जद्या ह सक्अ छ थे खुदन्अ परमेसर का बिरोध मं लड़ता पावो!” महासभा गमलिएल की राय मानलिया।