सपन्याह 3:1-8
सपन्याह 3:1-8 HINOVBSI
हाय बलवा करनेवाली और अशुद्ध और अन्धेर से भरी हुई नगरी! उसने मेरी नहीं सुनी, उस ने ताड़ना से भी नहीं माना, उसने यहोवा पर भरोसा नहीं रखा, वह अपने परमेश्वर के समीप नहीं आई। उसके हाकिम गरजनेवाले सिंह ठहरे; उसके न्यायी साँझ को आहेर करनेवाले हुंडार हैं जो सबेरे के लिये कुछ नहीं छोड़ते। उसके भविष्यद्वक्ता व्यर्थ बकनेवाले और विश्वासघाती हैं, उसके याजकों ने पवित्रस्थान को अशुद्ध किया और व्यवस्था में खींच–खांच की है। यहोवा जो उसके बीच में है, वह धर्मी है, वह कुटिलता न करेगा; वह अपना न्याय प्रति भोर प्रगट करता है और चूकता नहीं; परन्तु कुटिल जन को लज्जा आती ही नहीं। मैं ने अन्यजातियों को यहाँ तक नष्ट किया, कि उनके कोनेवाले गुम्मट उजड़ गए; मैं ने उनकी सड़कों को यहाँ तक सूनी किया, कि कोई उन पर नहीं चलता; उनके नगर यहाँ तक नष्ट हुए कि उनमें कोई मनुष्य वरन् कोई भी प्राणी नहीं रहा। मैं ने कहा, “अब तू मेरा भय मानेगी, और मेरी ताड़ना अंगीकार करेगी जिस से उसका निवास–स्थान उस सब के अनुसार जो मैं ने ठहराया था, नष्ट न हो। परन्तु वे सब प्रकार के बुरे बुरे काम यत्न से करने लगे।” इस कारण यहोवा की यह वाणी है, “जब तक मैं नष्ट करने को न उठूँ, तब तक तुम मेरी बाट जोहते रहो। मैं ने यह ठान लिया है कि जाति–जाति के और राज्य–राज्य के लोगों को मैं इकट्ठा करूँ, कि उन पर अपने क्रोध की आग पूरी रीति से भड़काऊँ; क्योंकि सारी पृथ्वी मेरी जलन की आग से भस्म हो जाएगी।