न्यायियों 7:16-22
न्यायियों 7:16-22 HINOVBSI
तब उसने उन तीन सौ पुरुषों के तीन झुण्ड किए, और एक एक पुरुष के हाथ में एक नरसिंगा और खाली घड़ा दिया, और घड़ों के भीतर एक मशाल थी। फिर उसने उनसे कहा, “मुझे देखो, और वैसा ही करो; सुनो, जब मैं उस छावनी के छोर पर पहुँचूँ, तब जैसा मैं करूँ वैसा ही तुम भी करना। अर्थात् जब मैं और मेरे सब संगी नरसिंगा फूँकें तब तुम भी छावनी के चारों ओर नरसिंगे फूँकना, और ललकारना, ‘यहोवा की और गिदोन की तलवार’।” बीचवाले पहर के आरम्भ में ज्योंही पहरुओं की बदली हो गई थी त्योंही गिदोन अपने संग के सौ पुरुषों समेत छावनी के छोर पर गया; और नरसिंगे को फूँक दिया और अपने हाथ के घड़ों को तोड़ डाला। तब तीनों झुण्डों ने नरसिंगों को फूँका और घड़ों को तोड़ डाला; और अपने अपने बाएँ हाथ में मशाल और दाहिने हाथ में फूँकने को नरसिंगा लिए हुए चिल्ला उठे, ‘यहोवा की तलवार और गिदोन की तलवार।’ तब वे छावनी के चारों ओर अपने अपने स्थान पर खड़े रहे, और सबसेना के लोग दौड़ने लगे; और उन्होंने चिल्ला चिल्लाकर उन्हें भगा दिया। और उन्होंने तीन सौ नरसिंगों को फूँका, और यहोवा ने एक एक पुरुष की तलवार उसके संगी पर और सबसेना पर चलवाई; तो सेना के लोग सरेरा की ओर बेतशित्ता तक और तब्बात के पास के आबेल महोला तक भाग गए।