यहेजकेल 32:2-10
यहेजकेल 32:2-10 HINOVBSI
“हे मनुष्य के सन्तान, मिस्र के राजा फ़िरौन के विषय विलाप का गीत बनाकर उसको सुना : जाति जाति में तेरी उपमा जवान सिंह से दी गई थी, परन्तु तू समुद्र के मगर के समान है; तू अपनी नदियों में टूट पड़ा, और उनके जल को पाँवों से मथकर गंदला कर दिया। परमेश्वर यहोवा यों कहता है : मैं बहुत सी जातियों की सभा के द्वारा तुझ पर अपना जाल फैलाऊँगा और वे तुझे मेरे महाजाल में खींच लेंगे। तब मैं तुझे भूमि पर छोड़ूँगा, और मैदान में फेंककर आकाश के सब पक्षियों को तुझ पर बैठाऊँगा; और तेरे माँस से सारी पृथ्वी के जीवजन्तुओं को तृप्त करूँगा। मैं तेरे मांस को पहाड़ों पर रखूँगा, और तराइयों को तेरी ऊँचाई से भर दूँगा। जिस देश में तू तैरता है, उसको पहाड़ों तक मैं तेरे लहू से सीचूँगा; और उसके नाले तुझ से भर जाएँगे। जिस समय मैं तुझे मिटाने लगूँ, उस समय मैं आकाश को ढाँपूँगा और तारों को धुन्धला कर दूँगा; मैं सूर्य को बादल से छिपाऊँगा, और चंद्रमा अपना प्रकाश न देगा। आकाश में जितनी प्रकाशमान ज्योतियाँ हैं, उन सब को मैं तेरे कारण धुन्धला कर दूँगा, और तेरे देश में अन्धकार कर दूँगा, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है। “जब मैं तेरे विनाश का समाचार जाति जाति में और तेरे अनजाने देशों में फैलाऊँगा, तब बड़े बड़े देशों के लोगों के मन में रिस उपजाऊँगा। मैं बहुत सी जातियों को तेरे कारण विस्मित कर दूँगा, और जब मैं उनके राजाओं के सामने अपनी तलवार भेजूँगा, तब तेरे कारण उनके रोएँ खड़े हो जाएँगे, और तेरे गिरने के दिन वे अपने अपने प्राण के लिये काँपते रहेंगे।