व्यवस्थाविवरण 11:18-20
व्यवस्थाविवरण 11:18-20 HINOVBSI
इसलिये तुम मेरे ये वचन अपने अपने मन और प्राण में धारण किए रखना और चिह्न के रूप में अपने हाथों पर बाँधना और वे तुम्हारी आँखों के मध्य में टीके का काम दें। और तुम घर में बैठे मार्ग पर चलते, लेटते–उठते इनकी चर्चा करके अपने बच्चों को सिखाया करना। और इन्हें अपने अपने घर के चौखट के बाजुओं और अपने फाटकों के ऊपर लिखना