2 कुरिन्थियों 11:1-15
2 कुरिन्थियों 11:1-15 HINOVBSI
यदि तुम मेरी थोड़ी सी मूर्खता सह लेते तो क्या ही भला होता; हाँ, मेरी सह भी लो। क्योंकि मैं तुम्हारे विषय में ईश्वरीय धुन लगाए रहता हूँ, इसलिये कि मैं ने एक ही पुरुष से तुम्हारी बात लगाई है कि तुम्हें पवित्र कुँवारी के समान मसीह को सौंप दूँ। परन्तु मैं डरता हूँ कि जैसे साँप ने अपनी चतुराई से हव्वा को बहकाया, वैसे ही तुम्हारे मन उस सीधाई और पवित्रता से जो मसीह के साथ होनी चाहिए, कहीं भ्रष्ट न किए जाएँ। यदि कोई तुम्हारे पास आकर किसी दूसरे यीशु का प्रचार करे, जिसका प्रचार हम ने नहीं किया; या कोई और आत्मा तुम्हें मिले, जो पहले न मिला था; या और कोई सुसमाचार सुनाए जिसे तुम ने पहले न माना था, तो तुम उसे सह लेते हो। मैं तो समझता हूँ कि मैं किसी बात में बड़े से बड़े प्रेरितों से कम नहीं हूँ। यदि मैं वक्तव्य में अनाड़ी हूँ, तौभी ज्ञान में नहीं। हम ने इसको हर बात में सब प्रकार से तुम्हारे लिये प्रगट किया है। क्या इसमें मैं ने कुछ पाप किया कि मैं ने तुम्हें परमेश्वर का सुसमाचार सेंतमेंत सुनाया; और अपने आप को नीचा किया कि तुम ऊँचे हो जाओ? मैं ने अन्य कलीसियाओं को लूटा, अर्थात् मैं ने उनसे मजदूरी ली ताकि तुम्हारी सेवा करूँ। और जब मैं तुम्हारे साथ था और मुझे घटी हुई, तो मैं ने किसी पर भार नहीं डाला, क्योंकि भाइयों ने मकिदुनिया से आकर मेरी घटी को पूरा किया; और मैं ने हर बात में अपने आप को तुम पर भार बनने से रोका, और रोके रहूँगा। यदि मसीह की सच्चाई मुझ में है तो अखया देश में कोई मुझे इस घमण्ड से न रोकेगा। क्यों? क्या इसलिये कि मैं तुम से प्रेम नहीं रखता? परमेश्वर यह जानता है कि मैं प्रेम रखता हूँ। परन्तु जो मैं करता हूँ, वही करता रहूँगा कि जो लोग दाँव ढूँढ़ते हैं उन्हें मैं दाँव पाने न दूँ, ताकि जिस बात में वे घमण्ड करते हैं, उसमें वे हमारे ही समान ठहरें। क्योंकि ऐसे लोग झूठे प्रेरित, और छल से काम करनेवाले, और मसीह के प्रेरितों का रूप धरनेवाले हैं। यह कुछ अचम्भे की बात नहीं क्योंकि शैतान आप भी ज्योतिर्मय स्वर्गदूत का रूप धारण करता है। इसलिये यदि उसके सेवक भी धर्म के सेवकों का सा रूप धरें, तो कोई बड़ी बात नहीं, परन्तु उनका अन्त उनके कामों के अनुसार होगा।