1 शमूएल 3:3-10
1 शमूएल 3:3-10 HINOVBSI
और परमेश्वर का दीपक अब तक बुझा नहीं था, और शमूएल यहोवा के मन्दिर में जहाँ परमेश्वर का सन्दूक था लेटा था; तब यहोवा ने शमूएल को पुकारा; और उसने कहा, “क्या आज्ञा!” तब उसने एली के पास दौड़कर कहा, “क्या आज्ञा, तू ने तो मुझे पुकारा है।” वह बोला, “मैं ने नहीं पुकारा; फिर जा लेट रह।” तो वह जाकर लेट गया। तब यहोवा ने फिर पुकार के कहा, “हे शमूएल!” शमूएल उठकर एली के पास गया, और कहा, “क्या आज्ञा, तू ने तो मुझे पुकारा है।” उसने कहा “हे मेरे बेटे, मैं ने नहीं पुकारा; फिर जा लेट रह।” उस समय तक शमूएल यहोवा को नहीं पहचानता था, और न यहोवा का वचन ही उस पर प्रगट हुआ था। फिर तीसरी बार यहोवा ने शमूएल को पुकारा। और वह उठके एली के पास गया और कहा, “क्या आज्ञा, तू ने तो मुझे पुकारा है।” तब एली ने समझ लिया कि इस बालक को यहोवा ने पुकारा है। इसलिये एली ने शमूएल से कहा, “जा लेट रह; और यदि वह तुझे फिर पुकारे, तो तू कहना, ‘हे यहोवा कह, क्योंकि तेरा दास सुन रहा है।’ ” तब शमूएल अपने स्थान पर जाकर लेट गया। तब यहोवा आ खड़ा हुआ, और पहले के समान पुकारा, “शमूएल! शमूएल!” शमूएल ने कहा, “कह, क्योंकि तेरा दास सुन रहा है।”