निर्गमन 17:1-7
निर्गमन 17:1-7 HINCLBSI
प्रभु की आज्ञा के अनुसार समस्त इस्राएली मंडली, सीन के निर्जन प्रदेश से प्रस्थान कर, स्थान-स्थान पर पड़ाव डालते हुए आगे बढ़ी। उन्होंने रफीदीम नामक स्थान में पड़ाव डाला। पर वहाँ लोगों के लिए पीने का पानी न था। अत: वे मूसा से विवाद करने लगे। उन्होंने कहा, ‘हमें पानी दीजिए कि हम पीएँ।’ मूसा ने उनसे कहा, ‘क्यों तुम मुझसे विवाद करते हो? क्यों तुम प्रभु को परखते हो?’ किन्तु लोग वहाँ पानी के लिए प्यासे थे। वे मूसा के विरुद्ध बक-बक करने लगे। उन्होंने कहा, ‘आप हमें, हमारी सन्तान और पशुओं को प्यास से मार डालने के लिए मिस्र देश से क्यों ले आए?’ अत: मूसा ने प्रभु की दुहाई दी, ‘मैं इन लोगों के साथ क्या करूं? ये मुझे पत्थर से मार डालने को तत्पर हैं।’ प्रभु ने मूसा से कहा, ‘अपने साथ इस्राएलियों के कुछ धर्मवृद्धों को लेकर लोगों के आगे-आगे जा। तू अपने हाथ में उस लाठी को लेकर जाना जिससे तूने नील नदी पर प्रहार किया था। देख, वहाँ मैं तेरे सम्मुख होरेब पर्वत की चट्टान पर खड़ा रहूँगा। तू चट्टान पर प्रहार करना। तब उससे जल निकलेगा कि लोग उसे पी सकें।’ मूसा ने इस्राएलियों के धर्मवृद्धों की आंखों के सामने ऐसा ही किया। मूसा ने उस स्थान का नाम मस्सा और मरीबा रखा; क्योंकि इस्राएलियों ने वहाँ मूसा से विवाद किया और प्रभु को परखा था। उन्होंने कहा, ‘क्या हमारे मध्य प्रभु है, अथवा नहीं?