YouVersion Logo
Search Icon

भजन संहिता 35:27

भजन संहिता 35:27 HINCLBSI

जो लोग मेरे दोष-मुक्‍त होने की कामना करते हैं, वे जयजयकार करें, वे हर्षित हो। वे निरन्‍तर यह कहते रहें, “प्रभु महान है; वह अपने सेवक के कल्‍याण से सुखी होता है।”