मधुर वचन बोलनेवाली जिह्वा जीवन का वृक्ष है; पर छल-कपट की बातें बोलनेवाली जीभ से आत्मा को कष्ट होता है।
Read नीतिवचन 15
Listen to नीतिवचन 15
Share
Compare All Versions: नीतिवचन 15:4
Save verses, read offline, watch teaching clips, and more!
Home
Bible
Plans
Videos