योना 4:10-11
योना 4:10-11 HINCLBSI
प्रभु ने उसे उत्तर दिया, ‘तू उस अंडी के पेड़ के लिए दु:खित है जिसके लिए तूने कोई परिश्रम नहीं किया। तूने उसको न लगाया था और न बड़ा किया था। वह एक रात में उगा और दूसरी रात में नष्ट हो गया। सुन, इस महानगर नीनवे में एक लाख बीस हजार से ज्यादा अबोध बच्चे हैं, जो अपने दाएं-बाएं हाथ का भी अन्तर नहीं पहचानते। इसके अतिरिक्त निर्दोष पशु भी हैं। तब क्या मुझे इस महानगर के लिए दु:खी नहीं होना चाहिए?’