अय्यूब 17:11-12
अय्यूब 17:11-12 HINCLBSI
‘मेरे दिन बीत चुके हैं, मेरी योजनाएं मिट गई हैं, मेरे हृदय की इच्छाएँ मर चुकी हैं। मेरे मित्रो, तुम रात को दिन बनाना चाहते हो; तुम कहते हो, “प्रकाश अन्धकार के समीप है!”
‘मेरे दिन बीत चुके हैं, मेरी योजनाएं मिट गई हैं, मेरे हृदय की इच्छाएँ मर चुकी हैं। मेरे मित्रो, तुम रात को दिन बनाना चाहते हो; तुम कहते हो, “प्रकाश अन्धकार के समीप है!”