किंतु, याहवेह, आप सदैव ही जोखिम में मेरी ढाल हैं, आप ही हैं मेरी महिमा, आप मेरा मस्तक ऊंचा करते हैं.
Read स्तोत्र 3
Listen to स्तोत्र 3
Share
Compare All Versions: स्तोत्र 3:3
Save verses, read offline, watch teaching clips, and more!
Home
Bible
Plans
Videos