निर्गमन 21:23-25
निर्गमन 21:23-25 HSS
और यदि चोट ज्यादा है तो, पंच प्राण के बदले प्राण का भी फैसला कर सकते हैं, आंख के लिए आंख, दांत के लिए दांत, हाथ के लिए हाथ, पैर के लिए पैर, दाह के लिए दाह, घाव के लिए घाव तथा मार के बदले मार का दंड हो.
और यदि चोट ज्यादा है तो, पंच प्राण के बदले प्राण का भी फैसला कर सकते हैं, आंख के लिए आंख, दांत के लिए दांत, हाथ के लिए हाथ, पैर के लिए पैर, दाह के लिए दाह, घाव के लिए घाव तथा मार के बदले मार का दंड हो.