1
सभोपदेशक 6:9
Hindi Holy Bible
आंखों से देख लेना मन की चंचलता से उत्तम है: यह भी व्यर्थ और मन का कुढना है।
Compare
Explore सभोपदेशक 6:9
2
सभोपदेशक 6:10
जो कुछ हुआ है उसका नाम युग के आरम्भ से रखा गया है, और यह प्रगट है कि वह आदमी है, कि वह उस से जो उस से अधिक शक्तिमान है झगड़ा नहीं कर सकता है।
Explore सभोपदेशक 6:10
3
सभोपदेशक 6:2
किसी मनुष्य को परमेश्वर धन सम्पत्ति और प्रतिष्ठा यहां तक देता है कि जो कुछ उसका मन चाहता है उसे उसकी कुछ भी घटी नहीं होती, तौभी परमेश्वर उसको उस में से खाने नहीं देता, कोई दूसरा की उसे खाता है; यह व्यर्थ और भयानक दु:ख है।
Explore सभोपदेशक 6:2
4
सभोपदेशक 6:7
मनुष्य का सारा परिश्रम उसके पेट के लिये होता है तौभी उसका मन नहीं भरता।
Explore सभोपदेशक 6:7
Home
Bible
Plans
Videos