तीनी घड़ी त्यो घोणा क बीमार आरू पीड़ा आरू विटळ आत्मा छे छुड़ाया; आरू घोणा छे आंधवा क डुवा दियो; आरू त्यो मुकल्या हुया क कयो, “जो काय तुमू ने देख्या आरू सोमव्या छे जाईन यहुन्ना छे कय दुय: कि आंधवा देखतो छे, लेंगड़ा चालता पुगता छे, कुड़ावा वारू कर्या जाता छे, बेहरा सोमवता छे, मोरला जीवता हुये, आरू गरीब क खुश खबर सोमवाय जाता छे।