यो काजी योहन कहीस, तुम्ही अपरो-आपरो मनमा काजक सोचसो, कही मी मसीह सेऊ? सच-मूच मा मी मसीह नही सेव। काहे का मि, तो तुम्ही ला पानी मा बप्तिस्मा देवासू, पर उ आवन वालो मसीहा, मोरो ले जादा ताकतवर से। मी वोको जूता को दोरी, खोलन को काबील नही सेव, उ तुम्हीला, पवीतर आतमा, अखीन स्तो लक बप्तिस्मा देहेत।