पय तुम्हर बीच हे असना नेहको होयका चाही, बाकि तुम्हर मसे जउन सबले बडा बनै चाहथै, ऊ तुम्हर सेबक बनै। अउ तुम्हर हे जउन कोनो परधान बनै चाहथै, ऊ तुम्हर हरवाह बनै। जसना कि मनसे कर टोरवा ऊ इहैनिता नेहको आय हबै कि ओखर सेबा करे जाय, पय इहैनिता आय हबै कि खुदय सेबा करै अउ बोहत मनसेन के पाप लग छंडामै के निता अपन जीव दे।